अंडमान: केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने अंडमान की अपनी चार दिवसीय यात्रा के तीसरे दिन कार निकोबार की जनजातीय परिषद के अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों से मुलाकात की।
इस दौरान जनजातियों के समग्र कल्याण पर चर्चाएं की गईं। साथ ही, इन चर्चाओं में जनजातीय समुदायों ने साइकिलिंग, फुटबॉल और कयाकिंग जैसे खेलों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने की बात भी कही।
इसके अलावा मंत्री ने जनजातियों को जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (ट्राइफेड) के माध्यम से द्वीप पर उत्पादित वर्जिन नारियल तेल के विपणन के लिए सभी कदम उठाने के संबंध में प्रोत्साहित किया।
केंद्रीय मंत्री ने आज कैम्पबेल खाड़ी स्थित सर्किट हाउस के परिसर में रुद्राक्ष का पौधारोपण किया। ग्रेट निकोबार द्वीप में काफी पवित्र पौधा- रुद्राक्ष की एक मूल प्रजाति पाई जाती है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की चार दिवसीय यात्रा के दौरान अर्जुन मुंडा ने निकोबारी जनजाति के नानकॉरी समूह के जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्यों से मुलाकात की।
यह जनजातीय सलाहकार परिषद पारंपरिक रूप से निर्वाचित निकाय है, जो स्थानीय लोगों के कल्याण का कार्य करती है। इस जनजातीय क्षेत्र के हर एक गांव में एक ग्राम परिषद होती है, जिसका प्रमुख पहला कप्तान होता है और जिसे दूसरे व तीसरे कप्तान की ओर से सहायता प्रदान की जाती है।
ग्राम परिषद दैनिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस परिषद के कप्तान स्थानीय प्रशासन और द्वीप के जनजातीय लोगों के बीच की कड़ी हैं।
इसके अलावा जनजातीय कार्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आर जया की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इसमें जनजातीय कार्य मंत्रालय के उप महानिदेशक बिस्वजीत दास, मंत्रालय के निदेशक वैभव गोयल, मंत्रालय के सलाहकार और जिला प्रशासन के संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। यह समीक्षा बैठक टीएसपी व एसटीसी के कार्यों और पीवीटीजी मिशन के कार्यान्वयन पर केंद्रित थी।
अपनी चार दिवसीय अंडमान यात्रा के अंतिम दिन रविवार यानी 30 अप्रैल को अर्जुन मुंडा राज निवास में उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे और इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें संस्करण को सुनेंगे।